27 मार्च 2023 को द दलित वॉयस ने अपने ट्विटर हैन्डल से एक विडिओ साझा कर दावा किया कि, उत्तरप्रदेश के मेरठ में दलित युवक लखन के हाथ-पैर पेड़ से बांधकर, उसका चेहरा काला किया और भीड़ के सामने गंजा कर दिया। इस दौरान उसके गले मे जूते चप्पलों की माला भी पहनाई गई।
दलित टाइम्स ने इस घटना की तस्वीरे साझा कर दावा किया कि, मेरठ मे जूते पॉलिस करने वाले, लखन नाम के एक मोची के हाथ पैर पेड़ से बांधकर, उसका चेहरा काला किया और फिर भीड़ के सामने गंजा कर दिया गया।
प्रूडी राय ने द दलित वॉयस के ट्वीट को साझा किया।
द जामिया टाइम्स के संपादक अहमद खबीर जो भ्रामक दावो के लिए मशहूर है, ने भी यह विडिओ साझा कर दावा किया कि, मेरठ में दलित युवक के साथ इस तरह का निंदनीय व्यवहार किया गया।
हिन्दु विरोधी अकाउंट हेट डिटेक्टर ने भी दलित युवक के साथ किए गए इस बर्ताव का विडिओ साझा किया।
क्या उत्तरप्रदेश के मेरठ में दलित के साथ जाति के आधार पर इस तरह का बर्ताव किया जा रहा है? क्या उत्तरप्रदेश मे दलितों के साथ जातिगत भेदभाव किया जा रहा है? इन सवालों के जवाब जानने के लिए हमने मामले की पड़ताल की।
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पड़ताल के लिए हमने साझा किए गए विडिओ का थंब नेल सर्च किया तो इस मामले से संबंधित कुछ मीडिया रेपोर्ट्स मिली। दैनिक भास्कर की 28 मार्च 2023 की रिर्पोट के अनुसार, घटना मेरठ के ब्रह्मपुरी क्षेत्र की है। पुलिस के अनुसार लखन ने अपनी बहन के पड़ोस में रहने वाली एक युवती से छेड़छाड़ की थी। जिसके बाद पीड़िता के परिवार वालों ने पंचायत बिठाई तथा पंचायत ने लखन को सजा देने का फैसला किया गया। पंचायत के फैसले के अनुसार पीड़िता, लखन को राखी बांधेगी और उसके बाद आरोपी का मुंह काला कर उसके गले में जूतों की माला डालने के बाद घुमाया जाएगा और फिर उसे चौराहे पर गंजा कर दिया जाएगा। पुलिस ने तथाकथित सजा, देने वाले 5 आरोपियों को हिरासत में ले लिया।
न्यूज18 की रिर्पोट के अनुसार, लखन की बहन तथा उसके जीजा की अपने पड़ोसियों (रवि, सोनू और अजय) से रंजिश थी, इस कारण लखन की आरोपियों से कहासुनी भी हुई थी। उसी रंजिश के चलते आरोपी पीड़ित लखन के घर पहुंचे और नाबालिग युवती से छेड़छाड़ करने और मारपीट का आरोप लगाया तथा जब लखन ने इसका विरोध किया तो उसके हाथ पैर बांध दिए।
मेरठ पुलिस ने इस मामले में ट्विट कर जानकारी दी कि, दोनो पक्ष आपस में रिश्तेदार है तथा एक द्वारा दूसरे पर आरोप लगाए गए है।
हमारी पड़ताल के बाद यह साफ है कि लखन को पेड़ से बांधकर उसकी पिटाई करने, उसका मुंह काला करने तथा भीड़ के सामने गंजा करके जूतों की माला पहनाने के पीछे कोई जातिगत कारण नहीं था। दोनों पक्षों में पुरानी रंजिश तथा नाबालिक लड़की से छेड़छाड़ आदि करने के कारण लखन को इस तरह प्रताड़ित किया गया।
OnlyFact किसी तरह की हिंसा के पक्ष में नहीं है। कुछ विशेष ट्विटर हैंडल्स द्वारा एक खास मानसिक विचाधारा को पोषित करते हुए घटना को दलित तथा जातिगत एंगल देकर भ्रामक दावे करने से, जातिगत सद्भाव प्रभावित होता है। हमें इस तरह के भ्रामक दावों का तथ्यों सहित खंडन कर समाज में बदलाव की ओर अग्रसर होना चाहिए।
दावा | मेरठ मे एक दलित को जातिगत भेदभाव के चलते पीटा गया और मुह काला करके गंजा किया तथा जूतों की माला पहनाई गई |
दावेदार | द दलित वॉयस, दलित टाइम्स, प्रूडी राय, अहमद खबीर, हेट डिटेक्टर |
फैक्ट चेक | भ्रामक |
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