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UP के अस्पताल में तांत्रिक द्वारा मरीज का इलाज करने की घटना के पीछे का पूरा सच

एक तांत्रिक द्वारा मरीज का इलाज करते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। यह वीडियो उत्तर प्रदेश के महोबा जिला अस्पताल का बताया जा रहा है।

3 नवंबर 2022 को योगी सरकार पर तंज कसते हुए, फेक न्यूज पेडलर बोलता हिंदुस्तान ने अपने ट्वीट में दावा किया कि महोबा जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टरों के बजाय तांत्रिकों द्वारा किया जा रहा है।

आइए इसे पड़ताल करें

Fact Check

पड़ताल के लिए तंत्रिक, उत्तरप्रदेश, महोबा जिला अस्पताल, मरीज जैसे कीवर्ड्स सर्च करने पर अमर उजाला की एक रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार कोतवाली कुलपहाड़ में एक लड़की को बिच्छू ने काट लिया था, जिसके बाद सरकारी डॉक्टरों द्वारा इलाज किया गया लेकिन इलाज बेअसर रहा। बाद में पीड़िता के परिजनों ने तांत्रिक से संपर्क किया, जिसने बच्ची का इलाज किया।

इसी तरह, चितियां थाना क्षेत्र निवासी एक अन्य मरीज रामदास भी बिच्छू के काटे जाने के बाद इसी अस्पताल में भर्ती हुआ। इलाज के दौरान डॉक्टर ने उसे इंजेक्शन दिया था। इसी दौरान तांत्रिक ने उसका इलाज भी किया।

स्त्रोत – अमर उजाला

मेडिकल डायलॉग्स की एक और रिपोर्ट के अनुसार, परिजनों ने कहा कि डॉक्टर मरीज को ठीक करने में असमर्थ थे और उसकी हालत में सुधार नहीं हो रहा था, इसलिए उन्होंने तांत्रिक को अनुष्ठान करने के लिए लाया था ताकि पीड़िता ठीक हो जाए।

तांत्रिक ने दावा किया कि उसने अस्पताल में दो रोगियों को ठीक किया है और अनुष्ठान के परिणामस्वरूप उनकी स्थिति में सुधार हुआ है। आगे उसने कहा कि रोगी परिचारकों ने पहले सहायता मांगी थी।

स्त्रोत – मेडिकल डायलॉग्स

इसके अलावा, हमने अस्पताल कर्मियों की प्रतिक्रिया जानने की भी कोशिश की। डक्कन हेराल्ड की रिपोर्ट के अनुसार, अस्पताल के एक डॉक्टर ने कहा कि उन्हें अस्पताल में तंत्रिक की मौजूदगी के बारे में कोई जानकारी नहीं थी।

स्त्रोत – डक्कन हेराल्ड

बोलता हिंदुस्तान द्वारा किया गया दावा कि, महोबा जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टरों के बजाय तांत्रिकों द्वारा किया जा रहा है, पूरी तरह से भ्रामक है। अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टरों द्वारा ही किया जा रहा था। मरीज की हालत में सुधार नहीं दिखने पर उसके परिजनों ने तांत्रिक की मदद ली। असपताल प्रशासन तथा डॉक्टर तांत्रिक की उपस्थिति से अनजान थे।

हालांकि इस घटना में अस्पताल की कोई संलिप्तता नहीं थी, लेकिन अस्पताल में तांत्रिक की उपस्थिति के बारे में उनकी जानकारी का अभाव अस्पताल की प्रबंधन प्रणाली की लापरवाही दर्शाता है।

दावामहोबा जिला अस्पताल में मरीजों का इलाज डॉक्टर नहीं तांत्रिक कर रहे हैं
दावेदारबोलता हिंदुस्तान
फैक्ट चैकभ्रामक

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