पिछले दिनों कांग्रेस ने केंद्रीय मंत्री स्मृति ईरानी की बेटी जोइश ईरानी पर गोवा में अवैध बार चलाने का आरोप लगाया था और माँग की थी कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को अपने मंत्रिमंडल से इरानी को बर्खास्त करना चाहिए।
हालांकि इन आरोपों को निराधार बताते हुए स्मृति ने कांग्रेस नेताओं पवन खेड़ा और जयराम रमेश को कानूनी नोटिस भेज दिया और कहा कि वे इन झूठे आरोपों के लिए माफी मांगे।
वहीं कथित भ्रष्टाचार के मामले के बहाने सोशल मीडिया पर अलग-अलग तरह की की फर्जी खबरें चल रही हैं ऐसी ही एक खबर संवाद टीवी नामक यूट्यूब चैनल पर मिली जिसमें दावा किया गया है कि स्मृति ईरानी बर्खास्त, मचा भयंकर भूचाल।
फैक्ट चेक
रिपोर्ट लिखे जाने तक इस कथित खबर में 3.9k व्यूज आ चुके थे। पड़ताल के लिए हमनें केंद्रीय मंत्री के सभी सोशल मीडिया खाते, प्रमुख समाचार स्त्रोतों की फीड छान मारी लेकिन इस खबर का कहीं जिक्र नहीं मिला।
उल्टा यह साफ पता चला कि स्मृति ईरानी ने कांग्रेस के आरोपों का जवाब देने के लिए रविवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और कहा कि कांग्रेस माफी मांगे नहीं तो उसके नेता कोर्ट के चक्कर लगाने को तैयार रहे।
आगे यूट्यूब चैनल संवाद टीवी का विश्लेषण किया तो पता चला कियह चैनल लगातार ही फर्जी खबर फैलाता है क्योंकि 4 दिन पहले ही केंद्र सरकार की जनसंपर्क एजेंसी पीआईबी ने इसी चैनल की खबर को फैक्ट चेक कर इसकी खबर को फर्जी बताया था।
दरअसल चैनल ने खबर में दावा किया था कि 12 दिन पहले पोस्ट किए गए वीडियो में कहा गया था कि लोकसभा में मोदी सरकार भंग।
चैनल के पिछले 15 दिन सभी वीडियो का विश्लेषण कर पता चला कि यह चैनल एक एजेंडे के तहत मोदी सरकार के खिलाफ सनसनी फैलाने के लिए फर्जी खबरें चलाता है। इसी के चलते ही चैनल ने 9.7 लाख सब्सक्राइबर भी बना लिए हैं। चैनल के फर्जी खबरों के कुछ उदाहरण के स्क्रीन शॉट भी हमने नीचे लगाया है।
106k फॉलोवर्स वाले फेसबुक पेज का जब विश्लेषण किया तो वहां भी भाजपा सरकार व इससे संबंधित लोगों के खिलाफ लगातार फर्जी खबरें फैलाई गई हैं।
इसके बाद ट्विटर अकाउंट के विश्लेषण में हमनें पाया कि संवाद टीवी नाम से एक हैंडल है जिसमें केवल 58 फॉलोवर्स हैं जबकि हैंडल 8 लोगों को खुद फॉलो करता है इनमें से 4 वेरिफाइड अकाउंट भी हैं पहला मनीष जगन अग्रवाल (समाजवादी पार्टी के सोशल मीडिया कोऑर्डिनेटर), दूसरा अनुभव शाक्य (पत्रकार), तीसरा डीएम कानपुर नगर एवं चौथा एडीजी जोन कानपुर का है।
दावा : स्मृति ईरानी को बर्खास्त कर दिया गया है।
फैक्ट चेक : दावा फर्जी है।
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