सोशल मीडिया पर एक वीडियो काफी तेजी से वायरल हो रहा है जिसमें दावा किया जा रहा है कि अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे माता रानी की मूर्तियों पर भाजपा प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया।
इस वीडियो को आप गुजरात, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस सेवादल, आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह की सलाहकार प्रियंका कक्कड़, गुजरात कांग्रेस अनुसूचित जाति के अध्यक्ष हितेंद्र पिठाढ़िया, आप नेता आशुतोष सेंगर समेत अन्य सोशल मीडिया यूजर्स ने साझा किया है।
वीडियो और उसके साथ लिखे गए कैप्शन के कारण वीडियो सन्देहास्पद लगा तो हमनें इसकी पड़ताल शुरू की। पड़ताल में वीडियो की सच्चाई कुछ और ही सामने आई।
वायरल वीडियो के की फ्रेम के जरिए हमनें गूगल रिवर्स इमेज किया तो इससे सम्बंधित मीडिया रिपोर्ट्स मिलीं। इन तमाम रिपोर्ट्स के विश्लेषण से साफ हो गया कि वायरल वीडियो वर्तमान समय का नहीं है बल्कि 2019 का है।
उपलब्ध रिपोर्ट्स के मुताबिक वायरल वीडियो दशा मां पर्व के बाद अहमदाबाद में साबरमती नदी के तट पर बुलडोजर द्वारा एक सड़क से मूर्तियों को हटाते समय बनाया गया था। दरअसल उन मूर्तियों को स्थानीय लोगों ने फुटपाथ पर रख दिया था क्योंकि अहमदाबाद नगर निगम ने पीओपी निर्मित मूर्तियों को नदी में विसर्जन न करने की अपील की थी।
इसी मुहिम की तारीफ करते हुए 11 अगस्त 2019 को तत्कालीन अहमदाबाद नगर आयुक्त विजय नेहरा ने ट्वीट किया था, “आज अहमदाबाद में कुछ अद्भुत हो रहा है। आम नागरिकों ने साबरमती नदी को स्वच्छ रखने का संकल्प लिया है। दशा माँ की मूर्तियों को नदी में विसर्जित करने के बजाय सम्मानपूर्वक उन्हें किनारे पर छोड़ दिया है !!”
इसी ट्वीट के नीचे अहमदाबाद स्थित गुजरात खबर से जुड़े पत्रकार सागर सवालिया ने ही वीडियो को ट्वीट किया था जोकि अब वायरल हो रहा है। (नोट : सागर ने अब ट्वीट डिलीट कर दिया है)
आगे वायरल वीडियो से मिलती जुलती एक तस्वीर दैनिक भास्कर के गुजराती संस्करण दिव्य भास्कर के एक रिपोर्ट और एबीपी अस्मिता के वीडियो में मिली। उस रिपोर्ट के अनुसार दशा माँ (स्थानीय देवी) के 10 दिवसीय उपवास के बाद माताजी की मूर्तियों का विसर्जन किया गया। साबरमती में प्रदूषण को रोकने के लिए भक्तों ने मूर्ति को विसर्जन कुंड में विसर्जित कर दिया।
रिपोर्ट के मुताबिक अहमदाबाद नगर निगम ने रिवरफ्रंट पर व्यवस्था की थी, ऐसे में जो श्रद्धालु मूर्ति को नदी में विसर्जित नहीं कर सके उसे रिवरफ्रंट पर ही छोड़ दिया। अगले दिन निगम द्वारा चलाए गए सफाई अभियान के अंतर्गत नदी के किनारे रखी मूर्तियों को जेसीबी ने उठाकर डंपर में डाल दिया गया था।
नगर निगम के अनुसार ग्यासपुर में प्रोसेसिंग प्लांट के सामने बने एक बड़े तालाब में सभी मूर्तियों को विसर्जित किया गया था।
इस तरह से हमारी पड़ताल में यह निष्कर्ष निकल कर आया कि वीडियो 3 साल पुराना है और मूर्तियों को डिस्पोज करने के उद्देश्य से उन्हें सड़क से उठाकर डंपर में डाला गया था।
Claim | अहमदाबाद में साबरमती नदी के किनारे माता रानी की मूर्तियों पर भाजपा प्रशासन द्वारा बुलडोजर चलाया गया। |
Claimed by | आप गुजरात, दिल्ली प्रदेश कांग्रेस सेवादल, आप की राष्ट्रीय प्रवक्ता व राज्यसभा सांसद संजय सिंह की सलाहकार प्रियंका कक्कड़, गुजरात कांग्रेस अनुसूचित जाति के अध्यक्ष हितेंद्र पिठाढ़िया, आप नेता आशुतोष सेंगर व अन्य यूजर्स |
Fact Check | भ्रामक |
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जय हिंद
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