केंद्र सरकार ने आजादी के 75 साल पूरे होने के उपलक्ष्य में हर घर तिरंगा अभियान की शुरुआत की है। इसके अंतर्गत सरकार ने देशवासियों से 13 से 15 अगस्त के बीच अपने घर पर तिरंगा फहराने की अपील की है। इसी बीच तिरंगा जलाते हुए एक फोटो वायरल हो रही है जिसमें दावा किया जा रहा है तिरंगा जलाने वाला व्यक्ति आरएसएस का सदस्य है।
इस तस्वीर को सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी साझा किया गया है और इसके जरिए भाजपा व आरएसएस की आलोचना की जा रही है।
Fact Check
तस्वीर व उसके साथ लिखे कैप्शन सन्देहास्पद होने के कारण हमनें इसकी पड़ताल की तो सच कुछ और ही सामने आया।
तस्वीर की गूगल रिवर्स इमेज तकनीक के जरिए पड़ताल करने पर मालूम हुआ कि यह तस्वीर काफी पुरानी है और हर घर तिरंगा अभियान से इसका कोई लेना देना नहीं है।
आगे कुछ कीवर्ड्स सर्च करने पर हमें कई प्रतिष्ठित समाचारों माध्यमों TOI, Deccan Chronicle, Asianet की न्यूज रिपोर्ट्स मिली जिससे मालूम हुआ कि यह तस्वीर तमिलनाडु के तंजावुर जिले के निवासी एम राजू की है जोकि पेशे से एक स्कूल टीचर हैं।
राजू की वायरल तस्वीर अप्रैल 2018 की है जब उसने उच्चतम न्यायालय के आदेश के बाद भी कावेरी प्रबंधन बोर्ड (सीएमबी) के गठन से केंद्र सरकार के इनकार के विरोध में राष्ट्रीय ध्वज को जला दिया था। घटना के बाद आरोपी टीचर को तंजावुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया था।
इस तरह से हमारे पूरे विश्लेषण से साफ है कि तिरंगा जलाने वाली यह तस्वीर राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के किसी कार्यकर्ता की नहीं बल्कि तमिलनाडु के एक स्कूल टीचर की है जिसने केंद्र सरकार के विरोध में यह कृत्य किया था।
Claim | RSS कार्यकर्ता ने तिरंगा जलाया |
Claimed by | सोशल मीडिया यूजर्स |
Fact Check | फर्जी |
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जय हिंद
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