हिंदी

नहीं, बांग्लादेशी PM हसीना ने भारत दौरे पर प्रियंका गांधी से नहीं की मुलाकात की!

हाल ही में बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना भारत दौरे पर थीं इसी बीच उनकी और कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी की एक फोटो काफी तेजी से वायरल हो रही है।

इस फोटो को अमरोहा (यूपी) कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग ने फेसबुक पर शेयर किया और दावा किया कि नई दिल्ली में बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रियंका गांधी के मुलाकात की।

आर्काइव लिंक

इसके अलावा फोटो को कांग्रेस नेत्री पंखुड़ी पाठक ने भी शेयर कर कैप्शन दिया, “ताकत का रिश्ता नहीं, रिश्तों की ताकत”। एक अन्य कांग्रेस समर्थक यूजर सत्यम पटेल ने भी फोटो को शेयर किया है। 

आर्काइव लिंक
आर्काइव लिंक

Fact Check

फोटो के साथ किया जा रहा दावा सन्देहास्पद लगा लिहाजा हमनें इसकी पड़ताल की। हमारी पड़ताल में फोटो की सच्चाई कुछ और ही निकली।

अपनी पड़ताल में हमनें कुछ कीवर्ड्स का इस्तेमाल कर ट्विटर पर फोटो के बारे में सर्च किया। इस दौरान हमें प्रियंका गांधी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट पर एक फोटो मिली जोकि बिल्कुल वायरल फोटो की तरह ही थी।

6 अक्टूबर 2019 को ट्वीट की गई फोटो में प्रियंका गांधी ने शेख हसीना के साथ मुलाकात के बारे में लिखा था, “शेख हसीना जी की इस झप्पी का बड़े दिनों से इंतजार था। जीवन के संघर्षों और अपने व्यक्तिगत नुकसान को पीछे छोड़कर उन्होंने मजबूती से अपना रास्ता बनाया। वह मेरे लिए हमेशा से प्रेरणा की स्रोत हैं।”

आर्काइव लिंक

आगे इस मुलाकात के बारे में इंटरनेट पर सर्च करने पर पता चला कि शेख हसीना उस समय भारत के 4 दिवसीय दौरे पर थीं। उसी दौरान उन्होंने पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह, कांग्रेस अध्यक्षा सोनिया गांधी व कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी से मुलाकात की थी।

हालांकि हालिया दौरे के बीच 6 सितम्बर को शेख हसीना ने प्रियंका गांधी से नहीं बल्कि उनके भाई व कांग्रेस सांसद राहुल गांधी से जरूर मुलाकात की थी। इस मुलाकात की तस्वीर को न्यूज एजेंसी एएनआई ने ऑल इंडिया कांग्रेस कमेटी के हवाले से ट्विटर पर भी पोस्ट किया है।

इन तमाम बिंदुओं के विश्लेषण से साफ है कि बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना ने अपने हालिया दौरे में प्रियंका गांधी से मुलाकात नहीं की और वायरल तस्वीर करीब 3 साल पुरानी है।

Claim
नईदिल्ली में बांग्लादेशी प्रधानमंत्री शेख हसीना ने प्रियंका गांधी के मुलाकात की।
Claimed by
अमरोहा कांग्रेस सोशल मीडिया विभाग
Fact Check
दावा भ्रामक है, वायरल फोटो करीब तीन साल पुरानी है

प्रिय पाठकों, हम भारत के खिलाफ फर्जी खबरों का भंड़ाफोड़ करने की जिम्मेदारी निभा रहे है। हमारे पास अन्य लोगों की तरह कोई कॉर्पोरेट फंडिंग नहीं है। आपका छोटा सा सहयोग हमें और आगे बढ़ने में मदद करेगा। कृपया सहयोग करें।

जय हिन्द। 

This website uses cookies.