4 नवंबर 2022 को पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने एक ट्वीट कर दावा किया कि दिल्ली के LG, दिल्ली सरकार के अभियान “रेड लाइट ऑन, कार ऑफ” को शुरू करने की अनुमति नहीं देकर, एक अभियान पर भी गंदी राजनीति कर रहे हैं। LG को किसी गंभीर समस्या पर यह गंदी राजनीति नहीं करनी चाहिए।
Fact Check
पड़ताल के लिए “रेड लाइट ऑन, कार ऑफ कैंपेन” कीवर्ड सर्च करने पर इंडिया टुडे की रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के अनुसार, 28 अक्टूबर 2022 को दिल्ली के पर्यावरण मंत्री गोपाल राय ने कथित तौर पर अभियान को रद्द करने के लिए एलजी को दोषी ठहराया था। गोपाल राय द्वारा लगाए गए आरोप के जवाब में, एलजी हाउस ने कहा कि AAP मंत्री ने अधूरे दस्तावेज़ दिए थे। 21 अक्टूबर को फाइलें भेजी गईं थी और 27 अक्टूबर तक दीवाली की राजपत्रित व ऐच्छिक अवकाश के कारण कार्यालय बंद थे। एलजी को अनुमोदन के लिए भेजी गई फाइलों में अभियान के शुरू होने की तारीख 31 अक्टूबर थी।
इसके अलावा, इस रिपोर्ट के अनुसार, फाइलें पूरी नहीं है और उन पर उचित विचार की भी आवश्यकता है।
इसके अलावा, इंडियन एक्सप्रेस ने बताया कि एलजी के निष्कर्ष अनुसार ‘ रेड लाइट ऑन, कार ऑफ ‘ अभियान, हवा की गुणवत्ता में सुधार नहीं कर रहा क्योंकि यह लंबे समय तक एक स्थायी मॉडल नहीं है। उन्होंने यह भी कहा कि पिछला अभियान भी वायु गुणवत्ता में सुधार लाने में प्रभावी परिणाम देने में विफल रहा था। बहरहाल, दिल्ली सरकार हवा की गुणवत्ता बढ़ाने के लिए कुछ तकनीकी तरीके अपना सकती है।
तथ्यों के द्वारा पड़ताल के बाद यह साफ़ है कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान ने जनता को भ्रमित करने के लिए आधे-अधूरे तथ्यों के साथ दावा किया गया है।
दावा | उपराज्यपाल ने गंदी पॉलिटिक्स करके “रेड लाइट ऑन, कार ऑफ कैंपेन” पर रोक लगा दी है |
दावेदार | भगवंत मान |
फैक्ट चैक | भ्रामक |
प्रिय पाठकों, हम भारत के खिलाफ फर्जी खबरों को उजागर करने की जिम्मेदारी निभा रहे है। हमारे पास अन्य लोगों की तरह कोई कॉर्पोरेट फंडिंग नहीं है। आपका छोटा सा सहयोग हमें और आगे बढ़ने में मदद करेगा। कृपया सहयोग करें।
जय हिन्द !
UPI द्वारा सहयोग करें: vgajera@ybl
This website uses cookies.