5जी स्पेक्ट्रम की मेगा नीलामी सोमवार को समाप्त हो गई। इस निलामी में रिलायंस जियो सबसे आगे रही। अब तक की सबसे बड़ी स्पेक्ट्रम नीलामी में कुल 1,50,173 करोड़ रुपये के स्पेक्ट्रम की बिक्री हुई है। हालांकि इसी बीच सोशल मीडिया पर एक अखबार की कटिंग वायरल हो रही है। कथित आर्टिकल का दावा है कि 5जी स्पेक्ट्रम की नीलामी में 2.8 लाख करोड़ का रिकॉर्ड नुकसान हुआ है।
इस क्लिप को ट्विटर पर कई यूजर शेयर कर रहे हैं और मोदी सरकार पर हमला कर रहे हैं।
इस मामले में पड़ताल के बाद भी पंखुड़ी पाठक खुद सोशल मीडिया प्रभारी होने के नाते मामले की प्रामाणिकता की पुष्टि किए बिना ट्वीट कर रही थीं।
Fact Check
टाइम्स ग्रुप के अखबार की कथित क्लिप सन्देहास्पद होने के कारण हमनें इसकी पड़ताल की तो सच्चाई कुछ और ही सामने आई। इसके पड़ताल के लिए हमनें टाइम्स ऑफ इंडिया का 2 अगस्त 2022 का ई पेपर खंगाला जिसमें हमें 17 पेज नंबर पर वायरल क्लिप में दिखाए गए आर्टिकल की तरह ही आर्टिकल मिला। इस आर्टिकल में हेडलाइन थी “5G Spectrum auctions earn Centre record ₹1.5 lakh cr”।
आगे दोनों आर्टिकल की तुलना करने पर पता चला कि वायरल क्लिप में ओरिजनल आर्टिकल के हेडलाइन को एडिट किया गया है क्योंकि आर्टिकल में हेडलाइन के अलावा सब हेडलाइन और पूरी रिपोर्ट हूबहू मिलती है।
इस तरह से हमारे विश्लेषण में पता चला है कि वायरल क्लिप टाइम्स ऑफ इंडिया के आर्टिकल को फोटोशॉप करके वायरल की गई है।
Claim | 5G स्पेक्ट्रम नीलामी में ₹2.8 लाख करोड़ का घाटा हुआ। |
Claimed by | कांग्रेस सोशल मीडिया प्रभारी पंखुड़ी पाठक यूजर्स |
Fact Check | अखबार की क्लिप फोटोशॉप्ड है। |
प्रिय पाठकों, हम भारत के खिलाफ फर्जी खबरों को खारिज करने के लिए काम कर रहे हैं। हमारे पास दूसरों की तरह कोई कॉर्पोरेट फंडिंग नहीं है। आपका छोटा सा सहयोग हमें और आगे बढ़ने में मदद करेगा। कृपया सहयोग करें।
जय हिन्द !