समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता आईपी सिंह ने 5 जनवरी 2022 को सोशल मीडिया पर एक तस्वीर साझा की है जिसमें स्कूली छात्रों का समूह पढ़ाई कर रहा है उसी में एक छात्र फटे हुए कपड़े पहना है। और इसके कारण ठीक से उसका तन भी नहीं ढंका है।
ट्विटर पर तस्वीर को पोस्ट कर कर सपा प्रवक्ता ने मोदी सरकार के आत्मनिर्भर भारत पर भी सवाल खड़े किए हैं।
तस्वीर के कैप्शन में लिखा है, “प्रधानमंत्री जी आप कैसा भारत गढ़ रहे हैं जहाँ तन ढकने को कपड़े तक नहीं हैं बच्चों के पास।”
हमारी टीम ने इस दावे की पड़ताल की। हालांकि, हमारी पड़ताल में सच्चाई दावे से बिल्कुल अलग निकली ।
Fact Check
पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमने वायरल तस्वीर को गूगल पर रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें 26 मार्च 2015 को कम्बोडियन न्यूज वेबसाइट postkhmer.com द्वारा प्रकाशित हमारे बच्चे शीर्षक वाला एक न्यूज़ आर्टिकल मिला। इस आर्टिकल में वही तस्वीर बतौर फीचर इमेज इस्तेमाल की गई थी जिसे सपा प्रवक्ता ने अभी साझा किया है।
इस फोटो के कैप्शन के अनुसार यह तस्वीर तब की है जब एक ग्रामीण इलाके में छात्र क्लास ले रहे थे, जिसे 25 मार्च को फेसबुक पर पोस्ट किया गया था।
यह पोस्ट ख्मेर भाषा में लिखा गया है। ख्मेर कम्बोडिया की आधिकारिक भाषा है। यह आर्टिकल कम्बोडिया की शिक्षा प्रणाली के बारे में है, जिसका शीर्षक हमारे बच्चे है।
इन तमाम बिंदुओं के विश्लेषण से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर भारत के गरीब छात्र की नहीं बल्कि कम्बोडिया के छात्र की है। और इसका भारत से कोई लेना देना नहीं है।
Claim | भारत में तन ढकने को कपड़े तक नहीं हैं बच्चों के पास |
Claimed by | आईपी सिंह |
Fact Check | तस्वीर कम्बोडियन बच्चे की है |
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जय हिन्द
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