प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही है जिसमें देखा जा सकता है कि जमीन पर लेटकर कैमरामैन प्रधानमंत्री की फोटो खींच रहा है।
इस फोटो को बिहार की लोक कलाकार नेहा सिंह राठौर, तेलुगू पत्रकार शंकर समेत अन्य यूजर्स ने शेयर किया है।
Fact Check
वायरल तस्वीर को लेकर जब हमनें पड़ताल की तो इसकी सच्चाई दावे से बिल्कुल इतर निकली।
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए हमनें वायरल तस्वीर को गूगल रिवर्स सर्च किया तो हमें PM मोदी के आधिकारिक ट्विटर अकाउंट द्वारा 2 अक्टूबर 2021 को किए गए ट्वीट का लिंक मिल गया। इस ट्वीट में प्रधानमंत्री ने अपनी 3 तस्वीरें साझा की थी जब उन्होंने गांधी जयंती के अवसर पर दिल्ली में गांधी स्मृति में एक प्रार्थना सभा में हिस्सा लिया था।
इन तीन तस्वीरों में से दूसरे नम्बर की तस्वीर वही है जोकि अब वायरल हो रही है लेकिन इसमें कहीं भी लेटकर फोटोग्राफी करता हुआ कैमरामैन नहीं दिखाई दिया। इसका सीधा मतलब है कि अक्टूबर 2021 वाली फोटो में कुछ छेड़छाड़ की गई है।
आगे हमनें यह भी जानने की कोशिश की वायरल फोटो में जो कैमरामैन दिखाई दे रहा है वो कौन है। इसके लिए हमनें इंटरनेट पर Laying Photography को बतौर कीवर्ड सर्च किया। इस दौरान हमें फोटो स्टॉक कम्पनी Alamy पर उस फोटोग्राफर की फोटो मिल गई जिसे PM की फोटो में लेटे हुए फोटोग्राफी करते दिखाया गया है।
कम्पनी के मुताबिक के ये फोटो 15 मार्च 2017 को ली गई थी। तस्वीर के कैप्शन में कम्पनी ने लिखा कि इसके कंट्रीब्यूटर Ingemar Magnusson जमीन पर लेटे हुए हैं और एक बड़ी इमारत की अलग दृष्टि से फोटोग्राफी कर रहे हैं।
इन तमाम बिंदुओं से स्पष्ट है कि वायरल तस्वीर जिसमें कैमरामैन लेटकर प्रधानमंत्री मोदी की फोटो ले रहा है, फोटोशॉप की गई है।
Claim | कैमरामैन जमीन पर लेटकर PM मोदी की फोटो खींच रहा है |
Claimed by | बिहार की लोक कलाकार नेहा सिंह राठौर, तेलुगू पत्रकार शंकर समेत अन्य यूजर्स |
Fact Check | दावा गलत है, PM मोदी की ओरिजनल फोटो को फोटोशॉप किया गया है |
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जय हिन्द !