30 सितंबर 2022 को तेलंगाना राष्ट्र समिति (TRS) के सोशल मीडिया कन्वेनर और TSPREDCO के अध्यक्ष वाई सतीश रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी का एक वीडियो पोस्ट कर उनके कैमराजीवी होने का दावा किया।
उन्होंने दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी को अकेले फोटो खिचवानी थी इसलिए मंच पर खड़े खिलाड़ियों को हटा दिया गया।
कांग्रेस के नेता जयराम रमेश ने भी प्रधानमंत्री मोदी के वायरल वीडियो को लेकर वाई सतीश रेड्डी द्वारा किए गए दावों का समर्थन किया।
Fact Check
प्रधानमंत्री मोदी के बारे में विपक्षी नेताओं द्वारा किया गया दावा संदेहास्पद लगा, इसलिए हमने इसकी पड़ताल की।
दावे की पड़ताल के लिए जब गूगल रिवर्स इमेज टूल का सहारा लिया, तब हमें पता चला कि दावे में पोस्ट की गई वीडियो 29 सितंबर 2022 को प्रधानमंत्री मोदी द्वारा 36वें राष्ट्रीय खेलो के उद्घाटन समारोह की है।
इस समारोह का सम्पूर्ण वीडियो हमें संसद टीवी यूट्यूब चैनल पर मिला। इस वीडियो के 54 मिनट के आगे के हिस्से में यह देखा जा सकता है कि टॉर्च ऑफ़ यूनिटी के परिचय के बाद प्रधानमंत्री मोदी को इसे स्थापित करने के लिए मंच पर बुलाया जाता है, जिसके बाद मैदान में टॉर्च ऑफ़ यूनिटी का होलोग्राम दृश्य दिखाई देता है। वीडियो को ध्यान से देखने पर यह पता चलता है कि प्रधानमंत्री मोदी कही भी टॉर्च ऑफ़ यूनिटी की स्थापना के समय फोटो नहीं खिचवाते है।
अपनी पड़ताल में हमें प्रधानमंत्री मोदी के आधिकारिक ट्वीटर हैंडल से इस समरोह की कुछ तस्वीरें भी मिली। प्रधानमंत्री मोदी ने मंच पर खड़े सभी खिलाड़ियों के साथ खींची गई तस्वीरों को साझा किया है।
हमारी पड़ताल में यह साफ़ हो गया कि TRS नेता वाई सतीश रेड्डी और कांग्रेस नेता जयराम रमेश ने इस समारोह के वीडियो के चुनिंदा हिस्से का इस्तेमाल कर प्रधानमंत्री मोदी के बारे में झूठा दावा किया है।
दावा | प्रधानमंत्री मोदी कैमराजीवी है |
दावेदार | वाई सतीश रेड्डी, जयराम रमेश |
फैक्ट चैक | दावा झूठा है। |
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जय हिन्द !