इन दिनों प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व उनकी मां हीरा बेन की कुछ तस्वीरें सोशल मीडिया पर वायरल हैं। इन्हें शेयर कर दावा किया जा रहा है कि असली फोटो में परिवार था। लेकिन जब दीवार के लिये तस्वीर बनवाई तो परिवार को त्याग दिया। संन्यासी हो तो ऐसा।
इन फोटो को ट्विटर पर कांग्रेस समर्थक रॉफेल गांधी ने ट्वीट किया है।
इसके अलावा टीआरएस के सोशल मीडिया कन्वीनर सतीश रेड्डी ने भी फोटो को ट्वीट किया है।
ये फोटो तब वायरल हुई हैं जब गुजरात चुनाव के दूसरे चरण के मतदान के एक दिन पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी यहां अपनी मां हीरा बेन से मिलने पहुंचे थे।
प्रधानमंत्री व उनकी मां की तस्वीरों को लेकर किए जा रहे दावों की हमारी टीम ने पड़ताल की। हमारी पड़ताल में सच्चाई दावों से बिल्कुल इतर निकली।
Fact Check
अपनी पड़ताल को शुरू करते हुए सबसे पहले हमनें दीवार पर दिख रही तस्वीर को रिवर्स सर्च किया। इस दौरान हमें हिंदुस्तान टाइम्स की 13 फरवरी 2018 की एक न्यूज रिपोर्ट मिली। इस रिपोर्ट के मुताबिक बिहार के पेंटर “महेश पंडित ने प्रधानमंत्री बनने पर अपनी माँ से प्रसाद ग्रहण करने की नरेंद्र मोदी की प्रसिद्ध ऑयल पेंटिंग बनाई है। अहमदाबाद में हीराबेन मोदी के लिविंग रूम को पीएम और उनकी मां की बनाई पेंटिंग से सजाया गया है।
इसके अलावा महेश पंडित ने अपने इंस्टाग्राम अकाउंट पर भी प्रधानमंत्री मोदी की उस तस्वीर को साझा किया है जिसमें बैकग्राउंड में उनकी बनाई हुई पेंटिंग दिखाई दे रही है।
इन तमाम बिंदुओं के विश्लेषण से स्पष्ट है कि ये दावा कि, प्रधानमंत्री मोदी ने अपनी मां के साथ फोटो के लिए परिवार के बाकी लोगों को हटा दिया, पूरी तरह से गलत है। प्रधानमंत्री की हालिया तस्वीर में बैकग्राउंड में दिख रही तस्वीर ऑयल पेंटिंग है।
Claim | PM मोदी ने अपनी मां के साथ फोटो के लिए परिवार के बाकी लोगों को हटा दिया |
Claimed by | रॉफेल गांधी, सतीश रेड्डी |
Fact Check | दावा भ्रामक है |
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जय हिन्द
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