केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह का एक बयान सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है. इस वीडियो में उन्हें यह कहते हुए सुना जा सकता है, “24 घंटे लाइट नहीं मिली, गांव में अस्पताल नहीं बना, युवा बेरोजगार है, किसान आत्महत्या कर रहे हैं, खेत में पानी नहीं पहुंचा, घर में बिजली नहीं पहुंची, युवा के पास रोजगार नहीं पहुंचा, करा क्या आपने।”
इस वीडियो को सपा प्रवक्ता व राष्ट्रीय सचिव राजीव राय, युवा कांग्रेस मुंगेली जिला महासचिव आयुष सिंह, आम आदमी पार्टी राजस्थान प्रवक्ता कल्पना चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस सोशल मीडिया लखीमपुर खीरी रजत गुप्ता, मीडिया प्रभारी सपा मुंबई उत्तर पश्चिम सलाम इस्लाम खान समेत आदि यूजर्स ने शेयर किया है.
Fact Check
वीडियो के साथ किए जा रहे दावे संदेहास्पद लगे लिहाजा हमनें इसकी पड़ताल की. हमारी पड़ताल में वीडियो की सच्चाई कुछ अलग ही मिली.
अपनी पड़ताल के लिए सबसे पहले हमनें वायरल वीडियो के की फ्रेम्स को गूगल रिवर्स इमेज सर्च किया. इस दौरान हमें भाजपा के यूट्यूब चैनल पर 18 अप्रैल 2018 को अपलोड किया गया 56 मिनट का एक वीडियो मिला. वीडियो में दिए गए जानकारी के अनुसार यह कर्नाटक विधानसभा चुनाव के दौरान बंगलौर में शक्ति केंद्र में आयोजित एक कार्यक्रम का है.
आगे वीडियो को पूरा सुनने पर हमनें पाया कि ये सब आरोप अमित शाह ने तत्कालीन सिद्धारमैया सरकार पर लगाए थे. अमित शाह की इन बातों को वीडियो के 47 मिनट 36 सेकंड के बाद से साफ़ साफ सुना जा सकता है.
आगे इंटरनेट पर सर्च करने पर हमें पंजाब केसरी, अमर उजाला जैसे कई मीडिया संस्थानों द्वारा प्रकाशित न्यूज आर्टिकल्स भी मिल गए जिसमें अमित शाह के कार्यक्रम को रिपोर्ट किया गया था.
इन तमाम बिंदुओं के विश्लेषण से साफ़ है कि अमित शाह का यह वायरल वीडियो 4 साल से भी ज्यादा पुराना है और वह तत्कालीन सिद्धारमैया सरकार पर हमला कर रहे हैं.
Claim | लो अब यह साहब (अमित शाह) भी मोदी सरकार से सवाल करना शुरू कर दिए, क्या मोदी सरकार इनके सवालों का जवाब देगी? |
Claimed by | सपा प्रवक्ता व राष्ट्रीय सचिव राजीव राय, युवा कांग्रेस मुंगेली जिला महासचिव आयुष सिंह, AAP राजस्थान प्रवक्ता कल्पना चौधरी, पूर्व जिलाध्यक्ष कांग्रेस सोशल मीडिया लखीमपुर खीरी रजत गुप्ता, मीडिया प्रभारी सपा मुंबई उत्तर पश्चिम सलाम इस्लाम खान समेत आदि यूजर्स |
Fact Check | अमित शाह का यह वायरल वीडियो 4 साल से भी ज्यादा पुराना है और वह तत्कालीन सिद्धारमैया सरकार पर हमला कर रहे हैं. |
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जय हिन्द।