Home हिंदी नहीं, PM मोदी ने नोटबंदी के कारण भारतीयों को हुई असुविधाओं का मजाक नहीं उड़ाया

नहीं, PM मोदी ने नोटबंदी के कारण भारतीयों को हुई असुविधाओं का मजाक नहीं उड़ाया

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8 नवंबर 2022 को नोटबंदी के 6 साल पूरे हो गए। सोशल मीडिया यूजर्स ने BJPसरकार पर निशाना साधते हुए, BJP के अधिकारियों और कुछ प्रमूख मीडिया हस्तियों द्वारा की गई भूतकाल में की गई टिप्पणियों को तथा उनके कुछ पुराने वीडियो क्लिप को साझा कर, उनका उपहास करते हुए नोटबंदी लागू होने पर अनुभव की गई कठिनाइयों को याद किया।

नोटबंदी की 6वीं वर्षगांठ के दिन, TRS पार्टी के सोशल मीडिया संयोजक और फेक न्यूज पेडलर सतीश रेड्डी ने प्रधानमंत्री मोदी का एक पुराना वीडियो पोस्ट किया, जिसके कैप्शन में लिखा था, “घर में शादी है, लेकिन पैसे नहीं हैं” देखो मोदी की दानवीय हसी, देखिए किस तरह से वह गरीबों की दुर्दशा का मजाक उड़ा रहे हैं। नोटबंदी मानव जाति के लिए सबसे बड़ी आपदा है।”

अपने ट्वीट में उन्होंने यह दावा किया कि प्रधानमंत्री मोदी ने नोटबंदी लागू होने पर गरीब लोगों की पीड़ा और असुविधा का मजाक बनाया। आइए सतीश रेड्डी द्वारा किए गए दावे की पड़ताल करें।

फैक्ट चैक

दावे में साझा किए गए वीडियो के निचले भाग में, हमने टिकर (न्यूज हेडलाइन), “जापान में पीएम नरेंद्र मोदी” देखी। यूट्यूब पर इस हेडलाइन को कीवर्ड के रुप में सर्च करने पर हमें 12 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री मोदी के यूट्यूब अकाउंट से अपलोड किया गया 25:27 मिनट लंबा एक वीडियो मिला। यह वीडियो जापान के कोबे में भारतीय समुदाय के साथ प्रधानमंत्री के संबोधन का है।

वीडियो में पीएम मोदी ने चर्चा की कि कैसे भारत ऐतिहासिक रूप से उच्च FDI (विदेशी प्रत्यक्ष निवेश) प्राप्त कर रहा है और तेजी से आर्थिक विकास कर रहा है। समस्याओं के बावजूद नोटों के विमुद्रीकरण के निर्णय को स्वीकार करने के लिए प्रत्येक भारतीय को धन्यवाद और सराहना करते हुए, उन्होंने देश से गरीबी को दूर करने की अपनी महत्वाकांक्षा के बारे में बात की।

पूरा वीडियो देखने पर हमने पाया कि रेड्डी अपने ट्वीट के माध्यम से जो बताने की कोशिश कर रहे हैं, वास्तविकता उससे पूरी तरह अलग है। वीडियो के 10:22 मिनट के आगे के हिस्से में, प्रधानमंत्री मोदी ने जापान में आए भूकंप और सुनामी जैसी प्राकृतिक आपदाओं के साथ-साथ फुकुशिमा संकट पर भी चर्चा की। उन्होंने जापानी लोगों की सराहना की, कि कैसे लोगों ने इसे अपनी जिम्मेदारी समझते हुए बिना किसी शिकायत के, बिजली कटौती और भोजन/पानी की कमी जैसी असुविधाओं के साथ संकट का सामना किया।

उन्होंने आगे कहा कि, जब वे यह सब पढ़ रहे थे, और फिर जब वे यहां आए, तो उन्होंने देखा कि ये लोग कितने महान हैं, और वे देश के लिए कितनी पीड़ा सहते हैं। वह सोचते थे कि क्या हमारे देश में भी ऐसा हो सकता है? लेकिन अब वह अनुभव और यकीन के साथ कह सकता है कि अगर मौका मिले तो भारत का कोई भी सामान्य आदमी अपनी जिम्मेदारी दिखाने से पीछे नहीं रहेगा।

13:17 मिनट से आगे प्रधानंमत्री ने भारत के लोगों को सलाम करते हुए कहा कि, “आपको भी पता है 8 तारिक को, अचानक 8 बजे 500 और 1000 के नोट बंद हो गए। घर में शादी है लेकिन पैसे नहीं है। मां बीमार है, 1000 के नोट का थप्पा है लेकिन मुश्किल है। सब के बवाजूद भी, तकलीफ है ये पता है, खुदको है पता है, आस पड़ोस में है पता है, उसके बवजूद भी लोग मुंह में ऊंगली डाल कर पूछवाते थे कि मोदी को कुछ बोलो। कुछ मोदी के खिलाफ बोलो। ऐसा भी चलता रहा था लेकिन मैं देश के लोगो को सौ सौ सलाम करता हूं। कोई 4 घंटे लाइन में खड़ा रहा, कोई 6 घंटे खड़ा रहा। तकलीफ झेली लेकिन देश के हित में इस निर्णय को ऐसे स्वीकार और स्वागत किया है जैसे 2011 में जापान के हर नागरिक ने करके दिखाया था।” जब वह लोगों को सलामी दे रहे थे, तो भीड़ में भारत माता की जय के नारे सुनाई दे रहे थे।

स्त्रोत -यूट्यूब

पड़ताल के बाद साफ है कि TRS पार्टी के सदस्य का दावा झूठा है और साझा किया गया वीडियो भ्रामक है। उन्होंने अपने प्रोपेगेंडा को आगे बढ़ाने के लिए वीडियो को जोड़ तोड़ तरीके से पोस्ट किया। यह पहली बार नहीं है जब उन्होंने प्रधानमंत्री मोदी के खिलाफ इस तरह के झूठे दावे किए हैं। पहले भी कई फर्जी और भ्रामक बयान दिए हैं, जिन्हें हमारी टीम ने खारिज किया है।

दावा पीएम मोदी ने नोटबंदी से भारतीयों को हो रही परेशानी का मजाक उड़ाया
दावेदार सतीश रेड्डी
फैक्ट चैक झूठा

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